प्रवीण ढोमने बलौदाबाजार। किसान नेता संतोष दीवान ने छत्तीसगढ़ के भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदेश के देवतुल्य किसानों, युवाओं और महिलाओं को झूठे सपने दिखाकर छला है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के नाम पर 31 सौ रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदी, ग्राम पंचायत स्तर पर खरीदी केंद्र स्थापित करने और एकमुश्त भुगतान के वादे किए थे। लेकिन एक साल बाद भी इन वादों में से एक भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के देव तुल्य किसानो में पछतावा” है।
संतोष दीवान ने कहा कि प्रदेश के अन्नदाता, जो देवताओं के समान हैं और जिनकी मेहनत से पूरा देश अपनी भूख मिटाता है, आज खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। विष्णुदेव की सरकार की लापरवाही के कारण धान खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्था का आलम है। बारदाना की भारी कमी और धान उठाव की धीमी प्रक्रिया से देवतुल्य किसानों को अपमानित होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि “धान बेचने के लिए दर-दर भटक रहे ये किसान हमारे समाज के वास्तविक नायक हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने इन्हें उनकी मेहनत का फल देने में घोर लापरवाही बरती है।”
देवतुल्य किसानों के साथ छल, जनादेश पर्व पर सवाल
भाजपा सरकार के एक साल पूरा होने पर आयोजित “जनादेश पर्व” को लेकर किसान नेता संतोष दीवान ने गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
“भला किस उपलब्धि का जश्न मना रही है भाजपा सरकार?
क्या यह पर्व देवतुल्य किसानों के ठगे जाने पर मनाया जा रहा है?या यह पर्व धान खरीदी की विफलता और बारदाना की कमी पर हो रहा है? या फिर यह जश्न बढ़ते अपराध और कमीशनखोरी के रिकॉर्ड तोड़ने पर है?”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार “सुशासन” का झूठा आईना दिखाकर छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह कर रही है। लेकिन असलियत यह है कि बस्तर से सरगुजा तक हर वर्ग में सरकार के खिलाफ आक्रोश है।
भय और भ्रष्टाचार से त्रस्त देवतुल्य किसान
संतोष दीवान ने कहा कि धान खरीदी केंद्रों पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के कारण देवतुल्य किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के लिए बारदाना नहीं है, लेकिन कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की कोई कमी नहीं। भाजपा सरकार की प्राथमिकता किसानों का भला करना नहीं, बल्कि राजनीतिक लाभ कमाना है।”
महिलाओं और युवाओं में गुस्सा
किसान नेता संतोष दीवान ने कहा कि भाजपा सरकार न केवल किसानों के साथ, बल्कि महिलाओं और युवाओं के साथ भी छल कर रही है। महंगाई और असुरक्षा से महिलाएं त्रस्त हैं, जबकि युवा रोजगार के अभाव में निराश हैं। भाजपा सरकार के वादे हर वर्ग के लिए धोखा साबित हुए हैं।
देवतुल्य किसानों की मांग और आंदोलन की चेतावनी
संतोष दीवान ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने सरकार से प्रमुख मांगें रखते हुए कहा कि किसानों से 31 सौ रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदी का वादा तुरंत पूरा किया जाए।किसानों को एक मुश्त राशि दें। सभी खरीदी केंद्रों पर बारदाना की कमी को दूर किया जाए। ग्राम पंचायत स्तर पर खरीदी केंद्रों की स्थापना की जाए। धान उठाव की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। किसानों को एकमुश्त भुगतान की गारंटी दी जाए।
“मोदी की गारंटी अब जुमला बन चुकी है”
किसान नेता संतोष दीवान ने कहा कि”प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी और भाजपा सरकार के वादे अब जुमला साबित हो चुके हैं। देवतुल्य किसानों, महिलाओं और युवाओं के साथ विश्वासघात करने वाली सरकार को जनता माफ नहीं करेगी। भाजपा सरकार ने जिस भरोसे पर जनादेश पाया था, वही भरोसा अब टूट चुका है।”
छत्तीसगढ़ में जनाक्रोश चरम पर
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के हर कोने में भय, आतंक और भ्रष्टाचार का माहौल है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक कमीशनखोरी और लापरवाही की चर्चा आम है। संतोष दीवान ने कहा कि यह सरकार जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रही है।
“जनादेश पर्व भाजपा सरकार की असफलताओं का तमाशा”
संतोष दीवान ने अंत में कहा कि भाजपा सरकार को “जनादेश पर्व” के नाम पर जश्न मनाने के बजाय जनता की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी, “यदि सरकार ने देवतुल्य किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ के किसान, महिला और युवा भाजपा सरकार को इसका जवाब जरूर देंगे।”