नगरीय निकाय चुनाव कसडोल में बागी प्रत्यासी राष्ट्रीय पार्टी पर भारी,,,, बागी प्रदीप मिश्रा भाजपा पर तो बागी भावेश यादव कांग्रेस पर,,,अध्यक्ष पद हेतु 6 प्रत्यासी मैदान पर,,,बागियों को मिल रहा है भारी जनसमर्थन,
केशव साहू कसडोल- नगर पंचायत कसडोल में इस बार का चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होते दिखाई दे रहा है । राष्ट्रीय पार्टी भाजपा एवं कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को मनाने में विफल रहे है । भाजपा ने युवा मोर्चा के अध्यक्ष नागेश्वर साहू को नगर पंचायत अध्यक्ष का टिकिट दिया है । हालांकि नागेश्वर साहू ने पार्टी के लिए हर मोर्चे पर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है चाहे वो राज्यस्तरीय धरना प्रदर्शन हो , रैली हो, अपने साथियों के साथ बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है । नागेश्वर साहू युवाओ को पहला पसंद नेता है । नगर पंचायत के अंदर उनके साथ युवाओ का फौज है । जिसके कारण भाजपा ने उन्हें अपना अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया है ।
वही भाजपा के बागी प्रत्यासी प्रदीप मिश्रा नगर पंचायत में 4 बार पार्षद व 1 बार उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए । संगठन में भी प्रदीप मिश्रा का अच्छी पैठ होते हुए भी उन्हें पार्टी ने दरकिनार कर दिया । भाजपा के उच्च स्तरीय नेताओ ने भी उनका नामांकन वापिस नही दिला सके और तो और पार्टी ने उनको मनाने में भी असफल हुए । और प्रदीप मिश्रा अपने समर्थको सहित मैदान में निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में उतार गए । प्रदीप मिश्रा को नगर पंचायत कसदोल के सभी 15 वार्डो में भारी जनसमर्थन मिल रहा है । प्रदीप मिश्रा ब्राम्हण समाज से आते है और अध्यक्ष पद सामान्य मुक्त होने के कारण भाजपा से अपनी दावेदारी ठोकी थी लेकिन भाजपा ने उन्हें दरकिनार कर दिया । बहरहाल उन्हें अनुभवी होने का लाभ मिलता दिखाई दे रहा है ।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने नगर के पूर्व अध्यक्ष नीलू साहू के पति चंदन साहू को मैदान में उतारा है । विगत 5 वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने नगर के अंदर जो विकास कार्य कराए है उनको लेकर ही जनता के पास जाकर मत्था टेक रहे है । हालांकि इनकंबेंसी के चलते उन्हें बहुत ही ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है । चंदन साहू वर्तमान कांग्रेस विधायक संदीप साहू के बहुत ही करीबी माने जाते है । चंदन साहू के कार्यकाल में नगर में गली कांक्रीटीकरण, विद्युत व्यवस्था, कोरोना काल मे बढ़चढ़कर आम जनता के बीच पहुचकर सेवा की है । नगर में पानी सप्लाई के लिए सभी 15 वार्ड में नल कनेक्शन सहित नाली निर्माण कराया गया है । साथी गली मोहल्ले में बच्चों के लिए झूला व जिम सामग्री का विस्तार किया है । नगर को स्वच्छ बनाने में भी कोई कमी नही की । उसके बाउजूद उन्हें इस बार विपक्ष या निर्दलीय प्रयासियो से कड़ी टक्कर मिल सकती है ।
कांग्रेस के बागी प्रत्यासी भावेश यादव ने कांग्रेस पार्टी के रीति -नियत से प्रभावित होकर बचपन से ही एनएसयूआई , युवा कांग्रेस के कई पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाई है । युवा भावेश यादव के द्वारा विगत 10 वर्षी से नगर के सभी वार्डो में घूम घूम कर आम जनता की समस्यायों का निराकरण करने में सदैव तत्पर रहा है चाहे ओ विभागीय कार्य हो या सरकार की विभिन्न योजनाओं को आम जनता को लाभ पहुचाने का काम किया है । कांग्रेस ने टिकिट के लिए भावेश यादव को अपना समर्थन नही दिया जिसके कारण उन्होंने कांग्रेस पार्टी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर मैदान में कूद गया । आपको बतादे कि भावेश यादव की मां केंसर पीड़ित थी जिसकी मौत के बाद उनके पिता ने सदमे में आकर आत्महत्या कर लिया था । निश्चित तौर पर भावेश यादव को पूरे कसडोल नगर में सिम्पैथी वोट मिलने के भारी आसार है ।
इसके अलावा कमल नारायण साहू व गीता जायसवाल निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में मैदान में है । बहरहाल नगर में अध्यक्ष पद के 6 दावेदार अपना भाग्य आजमा रहे है । अब 11 फरवरी को ही पता चला पायेगा की मतदाता किस प्रत्यासी को अपना अध्यक्ष बना रहा है ।